चीन में कोरोना से हालात बेकाबू, भारत, WHO ने मांगी रिपोर्ट

चीन में कोरोना से हालात बेकाबू को गए हैं. चीन में कोरोना के मामलें लगातार बढ़ते ही जा रहें है. कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से स्थिति ऐसी बन गई है कि मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड नहीं हैं, श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी हुई हैं. शमशान घाट में जगह की कमी होती जा रही है. चीन में जरूरी दवाइयों की कमी होती जा रही है. वही, हालात बिगड़ते देख WHO ने चीन को फटकार लगाई है.

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पीपुल्स स्टेक नेटवर्क

नई दिल्लीः चीन में कोरोना से हालात बेकाबू को गए हैं. चीन में कोरोना के मामलें लगातार बढ़ते ही जा रहें है. कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से स्थिति ऐसी बन गई है कि मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड नहीं हैं, श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी हुई हैं. शमशान घाट में जगह की कमी होती जा रही है. चीन में जरूरी दवाइयों की कमी होती जा रही है. वही, हालात बिगड़ते देख WHO ने चीन को फटकार लगाई है.

WHO ने चीन को कोरोना के सही आंकड़े बताने के लिए कहा है. वहीं, फ्रांस और इंग्लैंड ने अब चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है. फ्रांस और ब्रिटेन ने भी चीन से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है.

ब्रिटेन में नए नियम 5 जनवरी, 2023 से लागू किए जाएंगे. ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव ने कहा, चीन में इंटरनेशनल बॉर्डर ओपन करने से पहले कोविड के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. इसलिए यह सही है कि हम आंकड़ों का आकलन करते हुए उपायों की घोषणा करके एहतियाती कदम उठाएं. यात्रियों को निगेटिव रिपोर्ट के बिना उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

जब से कोरोना महामारी आई है, तब से कोरोना के सबसे ज्यादा आंकड़े चीन की ओर से ही आ रहे है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन में मरने वालों की संख्या काफी अधिक है और अगले एक साल में 10 लाख से अधिक लोग इससे मर सकते हैं. चीन के साइंटिस्ट WHO के एक्सपर्ट्स के साथ 3 जनवरी को एक मीटिंग बुलाई है, जिसमें चीनी अधिकारी जीनोम सीक्वेंसिंग का डेटा पेश करेंगे।

 

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