भाजपा ने देवघर में फूंका चुनावी बिगुल
भाजपा ने बाबा नगरी देवघर से मिशन 2024 का बिगुल फूंक दिया है। सोमवार को देवघर के मैहर गार्डन में आयोजित दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के पहले दिन संगठन के पदाधिकारियाें की उपस्थिति में कई राजनीतिक दावपेंच पर मंथन किया गया।
रंजीत कुमार
रांची: भाजपा ने बाबा नगरी देवघर से मिशन 2024 का बिगुल फूंक दिया है। सोमवार को देवघर के मैहर गार्डन में आयोजित दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के पहले दिन संगठन के पदाधिकारियाें की उपस्थिति में कई राजनीतिक दावपेंच पर मंथन किया गया। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबुलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष दीप प्रकाश, प्रदेश महांमंत्री आदित्य साहु, प्रदीप वर्मा, पूर्व मंत्री सीपी सिंह और डा निशिकांत दूबे सहित कई नेता सियासी दांवपेंच में जुटे हुए हैं।
भाजपा ने राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर राज्य में व्यापत भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा। कानून व्यवस्था से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली व्यवस्था जैसी बुुनियादी सुविधावों में हेमंत सरकार को पूरी तरह से फेल बताया। इसके साथ ही नियोजन नीति और उत्पाद नीति को भी भ्रामक बताया। आने वाले दिनों में भाजपा इस सरकार के खिलाफ सदन से सड़क तक संघर्स करेगी। राजनीतिक प्रस्ताव में पार्टी ने कहा कि राज्य सरकार लूट, झूठ और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए जोहार यात्रा कर रही है।
पार्टी ने कहा कि कोरोना काल में 20 लाख करोड़ का आर्थिक राहत पैकेज देश के लिए वरदान साबित हुआ है। इसके साथ ही मोदी सरकार ने जनजाति समुदाय के कल्याण का बजट 21 हजार करोड़ से बढ़ा कर 86 हजार करोड़ कर दिया है। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में देश आगे बढ़ रहा है। मोदी जी ने संतालपरगना के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। देवघर में एयरपोर्ट-एम्स सहित 12 हजार करोड़ की सौगात दी है। राजनीति प्रस्ताव में पार्टी ने कहा है कि राज्य में सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार हो रहा है। इडी की छापेमारी में 20 करोड़ नगद बरामद हुआ है। विधायक प्रतिनिधि जेल में हैं। राज्य में खान-खनिज, बालू और जमीन की लूट मची है। राज्य में परिवारवाद हावी है।
जल, जंगल और जमीन लूटे जा रहे हैं। राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर पार्टी ने सरकार को आदिवासी, दलित और पिछड़ा विरोधी बताया। साथ ही प्रस्ताव में कहा गया कि राज्य में गरीबों पर हमले होने की घटनाएं भी काफी बढ़ी हैं। आदिवासी बहुल गांवों के विकास के लिए दिए गऐ 135 करोड़ रूपये में से मात्र 13 करोड़ खर्च करना सरकार की मानसिकता को भी दर्शाता है। स्थानीय नीति को लेकर सरकार की नीयत साफ नहीं है। राज्य की जनता को दिग्गभ्रमित करने के लिए इसे नौवीं अनुसूचि में डाला गया है। अपने राजनीतिक प्रस्ताव में भाजपा ने कांग्रेस पर भी हमला किया औैर कहा कि कांग्रेस पार्टी का दोहरा चरित्र रहा है। ध्वस्थ होगी जनाधार से कांग्रेस पार्टी विचलित है।