वीरेंद्र नाथ भट्ट
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव को चुनावी चाचा करार दिया है। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान होना है। और उसके बाद शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया से उत्तर प्रदेश सरकार सरकारी बंगला खाली कराने का मन बना चुकी है।
केशव प्रसाद मौर्य ने बोला हमला
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा कि न घोड़ा दूर और न मैदान दूर। मैं चुनावी चाचा को बताना चाहता हूं कि समाजवादी पार्टी मैनपुरी का चुनाव हार रही है। अगर शिवपाल यादव को अपनी ताकत का गुमान है तो जसवंत नगर विधानसभा सीट से इस्तीफ़ा दे कर फिर से चुनाव लड़ लें। उनको भारतीय जनता पार्टी की ताकत का अंदाजा हो जाएगा।
मौर्य ने कहा कि शिवपाल यादव को विधायक के आधार पर बंगला आवंटित किया गया था। लेकिन वे बंगले में अपनी पार्टी का ऑफिस चला रहे हैं। सरकार नियमानुसार कार्रवाई करेगी।
शिवपाल से पल्ला झाड़ने की तैयारी
2017 के चुनाव के बाद शिवपाल यादव ने अपनी राजनीतिक पार्टी बना ली थी। कुछ दिनों बाद ही योगी सरकार ने राजभवन कालोनी में शिवपाल की पार्टी के नाम आलीशान बंगला आवंटित कर दिया था। भाजपा सूत्रों का कहना है कि योगी सरकार ने शिवपाल यादव से पल्ला झाड़ने का मन बना लिया है। अखिलेश यादव से हाथ मिलाने के बाद भाजपा के लिए शिवपाल की राजनीतिक उपयोगिता खत्म हो चुकी है।
अखिलेश और शिवपाल की जुगलबंदी
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव मुलायम परिवार के टूटे रिश्ते को जोड़ने की कड़ी बनता दिख रहा है। करीब एक दशक से मुलायम परिवार में तनातनी की ख़बरे सुर्खियां बन रहीं थीं। वहीं अब एकजुटता की रिपोर्ट बन रही है। उपचुनाव में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एक साथ चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं। उनकी जुगलबंदी अभी प्रदेश में चर्चा का विषय बन रही है।