जयपुर: राजस्थान इन्वेस्ट समिट में अंबानी और अडानी को निवेश के लिए आमंत्रित करने पर भाजपा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसे थे। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाए थे कि केन्द्र सरकार पर अंबानी और अडानी को मालामाल करने का आरोप लगाने वाले गहलोत ने उन्हें राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। एक तरफ तो उनका विरोध करते हैं और दूसरी तरफ उन्हीं से निवेश कराते हैं। इस पर अशोक गहलोत ने कहा कि अंबानी और अडानी तो क्या। वे तो अमित शाह के बेटे जय शाह का भी स्वागत करते हैं। अगर जय शाह राजस्थान में इन्वेस्ट करे तो उनका स्वागत है। गहलोत ने कहा कि कोई बिजनेसमैन अगर राजनैतिक पार्टी में शामिल हो जाता है तो भी उद्योग धंधे तो चलते रहेंगे। उद्योग लगाने से प्रदेश का विकास होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
इन्वेस्टमेंट समिट को मुद्दा बनाना बीजेपी को महंगा पड़ेगा
इन्वेस्टमेंट समिट के समापन के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि इन्वेस्टमेंट समिट को मुद्दा बनाना बीजेपी को महंगा पड़ेगा। इन्वेस्ट होने से युवाओं को रोजगार मिलेंगे और राजेन्द्र राठौड़ इस रोजगार का विरोध क्यों कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि वे कल राजेन्द्र राठौड़ का बयान सुन रहे थे। ऐसा लगता है कि राजेन्द्र राठौड़ को मीडिया में बयान जारी किए बिना नींद नहीं आती। वैसे उनके बयानों में कोई दम नहीं है। इस समिट में 3000 लोग शामिल हुए। गहलोत ने कहा कि यह कोई कांग्रेस या किसी प्राइवेट व्यक्ति का प्रोग्राम नहीं था। यह तो इन्वेस्टर्स का प्रोग्राम है। ऐसे कार्यक्रमों में भी बीजेपी अड़चने पैदा कर रही है।
राजस्थान में निवेश का माहौल अच्छा है, इन्वेस्टर प्रभावित हुए हैं
अशोक गहलोत ने कहा है कि ऐसे आयोजन कई राज्यों में होते हैं और एक्चुअल इन्वेस्टर बड़ी मुश्किल से आते हैं। पूर्ववर्ती सरकार के समय भी कई एमओयू साइन हुए थे लेकिन अधिकतर इन्वेस्टर नहीं आए। इसलिए हमने समिट से पहले ही इन्वेस्टर्स से बात करके एमओयू साइन कर लिए थे। हम चाहते हैं कि जो घोषणाएं हुई, उनमें से 50 फीसदी इन्वेस्टमेंट हो जाए तो भी अच्छी बात है। प्रदेश में कारखाने स्थापित होंगे तो स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। गहलोत ने कहा कि राजस्थान कानून व्यवस्था के लिहाज से अच्छा माहौल है। अच्छे माहौल के कारण इन्वेस्टर काफी प्रभावित हुए हैं।