पीपुल्स स्टेक डेस्क
नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने (Joshimath Land Sinking) से प्रभावित सैंकड़ों परिवारों को मदद और मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को निर्देश देने की मांग वाली जनहित याचिका पर आज सुनवाई करेगा। जोशीमठ मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की तीन जजों की बेंच करेगी.
चीफ जस्टिस की बेंच में बाकी दो जज जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला है. मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे. बी. पादरीवाला की पीठ जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिर्मठ ज्योतिषपीठधीश्वर श्री स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगी।
याचिका में “उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके जोशीमठ के लोगों के जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को सुरक्षित करने के लिए” दायर की गई है। याचिका में केंद्र और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को आवश्यक निर्देश देने की मांग की गई है, ताकि जोशीमठ के लोगों को सहायता देने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।