नयी दिल्ली, 15 मई। दिल्ली नगर निगम में अवैध कब्जा हटाने के नाम पर ग़रीब दुकानदारों से उगाही की जा रही है और इसी क्रम में आज मोरीगेट में अभियान चलाया गया लेकिन सिर्फ़ एक दुकान को निशाना बनाया गया जबकि हाल में लगाये गये अन्य दुकानों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस मामले में सिटी एसपी ज़ोन के सहायक आयुक्त मोहम्मद रज़ी आलम ख़ान ने कहा कि मोरीगेट में अवैध क़ब्जों को हटाने का अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि वहाँ पर लगे सभी तहबज़ारी को हटाया जाएगा। हालाँकि उन्होंने कहा कि अगर एक को निशाना बनाकर तोड़ा गया तो अभियान चलाने वाले कर्मियों के ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई की जायेगी।
वहीं पीड़ित ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि निगम कर्मी सत्यप्रकाश ने तहबज़ारी लगाने के लिए मोटी रक़म की माँग की लेकिन उन्होंने जब पैसे देने से इंकार किया तो उसके ख़िलाफ़ आनन फ़ानन में कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में एओ देवांशु गौतम की मिलीभगत है।
स्थानीय लोगों ने बताया की पंद्रह दिन पहले ही तीन तहबज़ारी को लगाया गया है जिसमें निगम कर्मियों को मोटी रक़म दी गई है। इस संबंध में ज़ोन की उपयुक्त अंकिता मिश्रा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया।
ग़ौरतलब है कि सिटी एसपी ज़ोन के अंतर्गत बड़ी संख्या में अवैध रूप से तहबज़ारी और रेहडी- पटरी लगाये गए हैं जहां से निगम कर्मी मोटी रक़म की उगाही करते हैं। इसमें ज़ोन की उपायुक्त, सहायक आयुक्त, एओ समेत महकमे के कई अन्य लोग शामिल है।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने निगम चुनाव में भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर बड़ी बड़ी बातें की लेकिन निगम में उनकी सरकार बनते ही अवैध क़ब्ज़ा हटाने के नाम पर उगाही की जाने लगी