यूरिक एसिड एक गंदा पदार्थ है, जो शरीर में पाया जाता है। शरीर इसका उत्पादन नहीं करता है बल्कि आपके द्वारा खाए जाने वाले ‘प्यूरीन’ तत्व से भरपूर खाद्य पदार्थों के जरिए शरीर में जमा होता है। कुछ खाद्य पदार्थों में प्यूरीन अधिक मात्रा में पाया जाता है जिनमें लाल मांस, लीवर या कलेजी, सार्डिन (एक तरह की मछली), बीयर आदि शामिल हैं।
यूरिक एसिट कितना होना चाहिए ? आम तौर पर आपका शरीर आपके किडनी और पेशाब के जरिए यूरिक एसिड को छानता रहता है लेकिन कई बार इसकी मात्रा इतनी बढ़ जाती है यह जोड़ों में जमा हो जाता है। कई बार खून में भी इसकी मात्रा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज 6.8 मिलीग्राम / डीएल से कम है।
यूरिक एसिड बढ़ने से क्या होता है ? हाई यूरिक एसिड का लेवल (6.8 मिलीग्राम / डीएल से ऊपर) है, जिसे मेडिकल भाषा में हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) के रूप में जाना जाता है। इससे गाउट नामक बीमारी हो सकती है जो जोड़ों में दर्द का कारण बनती है जिसमें यूरेट क्रिस्टल जमा हो जाते हैं। यह आपके रक्त और मूत्र को भी अम्लीय बना सकता है। हार्वर्ड हेल्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूरिक एसिड लेवल कम करने के लिए आपको नीचे बताए उपाय आजमाने चाहिए।
कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट
कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें गाउट वाले लोगों को जितना संभव हो उतना सीमित करना चाहिए या पूरी तरह से बचना चाहिए। हालांकि कुछ खाद्य पदार्थ फायदेमंद हो सकते हैं। उदाहरण के लिए कई अध्ययनों में कम फैट वाले डेयरी उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों में यूरिक एसिड का स्तर कम पाया गया है। कैल्शियम वाले उत्पाद गाउट को कम करने के साथ-साथ आपकी हड्डियों की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं
ओमेगा 3 फैटी एसिड
मछली में ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है जोकि हेल्दी डाइट का हिस्सा है। लेकिन कुछ समुद्री भोजन में प्यूरीन की मात्रा भी अधिक होती है। गाउट वाले लोगों को मछली से पूरी तरह से दूर रहने की जरूरत नहीं है लेकिन शेलफिश, सार्डिन और एन्कोवीज की मात्रा को सीमित करना चाहिए क्योंकि इनमें प्यूरीन की मात्रा सबसे अधिक होती है। एक बेहतर विकल्प के तौर पर आप कॉड, तिलापिया, या फ़्लाउंडर ले सकते हैं
विटामिन सी
अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन सी यूरिक एसिड के स्तर को कम कर सकता है। गाउट वाले लोगों को अपने आहार में खट्टे फल और विटामिन सी से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ (जैसे स्ट्रॉबेरी और मिर्च) शामिल करने से मदद मिल सकती है। कुछ सबूत बताते हैं कि चेरी खाने से गठिया के हमलों को कम किया जा सकता है और दर्द में सुधार हो सकता है।
प्लांट बेस्ड फूड
आपको खाने में प्लांट बेस्ड फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसका मतलब यह होता है कि आपको फल-सब्जियों और फलियों का ज्यादा सेवन करना चाहिए। इसके अलावा साबुत अनाज भी इसी श्रेणी में आता है जिसका आपको अधिक सेवन करना चाहिए।
लीन प्रोटीन
आपको फैट वाली चीजों का कम सेवन करना चाहिए। खासकर आपको सैचुरेटेड फैट जोकि लाल मांस में ज्यादा पाया जाता है का कम सेवन करना चाहिए। इसके बजाय चिकन, टर्की, मछली और टोफू सहित प्रोटीन के दुबले स्रोत बढ़िया विकल्प हैं।