पीपुल्स स्टेक डेस्क
नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर ने महिला मरीज की दोनों किडनी निकाल लीं और फरार हो गया. मरीज का नाम सुनीता है. सुनीता पिछले चार महीने से बिना किडनी के ही अपनी जिंदगी गुजार रही हैं. हर दूसरे दिन सुनीता की डायलिसिस होती है जिस वजह से वो अभी भी जिंदा हैं. सुनीता फिलहाल मुजफ्फरपुर के Sk मेडिलक कॉलेज में अपना इलाज करा रही हैं. लेकिन ये जानने के बाद सवाल उठता है कि क्या कोई इंसान बिना किडनी के भी जिंदा रह सकता है.
दुनिया में कई लोग हैं जो एक किडनी पर जिंदा हैं. ऑस्ट्रेलिया स्थित किडनी हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, हर 750 में से एक व्यक्ति एक ही किडनी के साथ पैदा होता है. किसी बीमारी के कारण कई बार इंसान की एक किडनी निकाल देते है. किडनी हमारे खून को साफ करती है और अगर यह काम करना बंद कर दे तो जीवित रहना गंभीर हो जाती है. लेकिन किसी व्यक्ति के पास कोई भी किडनी न हो तो वो बिना इलाज के जिंदा रह पाना संभव नहीं है.
बिना किडनी के व्यक्ति की जिंदगी इस बात पर निर्भर करती है कि इंसान का शरीर डायलिसिस को किस तरह स्वीकार रहा है. डायलिसिस पर इंसान सालों तक जिंदा रह सकता है. लेकिन इसके लिए मरीज को हर दो दिन में डायलिसिस की जरूरत पड़ती है. कई ऐसे लोग हैं जो सालों से डायलिसिस के सहारे ही जिंदा हैं. अगर किसी व्यक्ति का किडनी ट्रांसप्लांट होता है तो उसे अपने खानपान का अच्छे से ध्यान रखना ज़रूरी है. अपने रोजमर्रा की ज़िंदगी में धूम्रपान छोड़ना, वजन कम करना, व्यायाम करना और अच्छी डाइट जैसे कई अहम बदलाव करने होते हैं.