पीपुल्स स्टेक डेस्क
नई दिल्ली: अच्छी सेहत के लिए अच्छे खानपान की ज़रूरत होती है खानपान के साथ ही फिजिकल एक्टिविटी भी जरूरी है. ताकि हमारी सेहत तंदुरुस्त रहे. बता दें कि व्यायाम से दिल से जुड़े रोगों का खतरा कम होता है. शारीरिक रूप से सक्रिय रहने वाले व्यक्ति को दिल के रोग होने का खतरा 30 से 40 प्रतिशत कम होता है. लेकिन कभी-कभी वर्कआउट करने के बावजूद हार्ट अटैक का खतरा कम नहीं होता.
अब सवाल जब फिट रहने के लिए किया जाता है तो पहले पहले दिमाग में वर्कआउट या एक्सरसाइज का नाम आता है लेकिन इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता जा रहा है. बहुत ज्यादा कसरत करना भी आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है. एक रिसर्च में दावा किया गया है कि बहुत ज्यादा हाई इंटेंसिटी वर्कआउट करना दिल के लिए हानिकारक है.
हृदय रोग विशेषज्ञ का कहना हैं कि दुनियाभर में काफी समय से माना जाता है कि जितनी ज्यादा शारीरिक मेहनत करेंगे, आपको बीमारियों का जोखिम उतना ही कम होगा. लेकिन नई रिसर्च से पता चला है कि हल्की फिजिकल एक्टिविटी ही सीवीडी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है. वही, कुछ वर्कआउट हृदय पर ज्यादा बोझ डालने के लिए जाने जाते हैं.
कैटेकोलामाइन एक प्रकार का न्यूरोहार्मोन है जिसके बढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर, सिरदर्द, पसीना, दिल की धड़कना तेज होना, छाती में दर्द जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है कि संयम और संतुलन बनाया जाए. हल्के तीव्रता वाले व्यायामों को अपनाए। ज्यादा हाई इंटेंसिटी वर्कआउट का बोझ न झेले. जब शरीर इसके लिए तैयार नहीं होता, तो दिल के साथ बाकी अंगों पर भी बहुत भारी असर पड़ सकता हैं.