पीपुल्स स्टेक नेटवर्क
नई दिल्ली: उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इस वजह से हृदय रोगों (Heart Diseases) की समस्याए बढ़ती जा रही है. गुरुवार को कानपुर के हृदय संस्थान में 723 मरीज इलाज कराने पहुंचे थे. इनमें से 40 से अधिक मरीजों की हालत बहुत गंभीर थी. इस वजह से उन्हें तुरंत भर्ती कराया गया.
हृदय संस्थान के डॉक्टर्स ने बताया कि गुरुवार को 723 में से 39 मरीजों का ऑपरेशन करना पड़ा. एक मरीज की एंजियोग्राफी (Angiography) कराई गई. वहीं, 7 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई. हार्ट और ब्रेन अटैक से पूरे शहर में रोगियों की मौत का आंकड़ा 25 रहा. इनमें से 17 हृदय रोगी तो कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी तक भी नहीं पहुंच पाए. उन्हें चक्कर आया, बेहोश हुए और मर गए.
एक्सपर्ट के मुताबिक, जनवरी की ठंड लोगों के दिल और दिमाग दोनों पर असर कर रही है. डॉक्टरों का कहना है कि ठंड में अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने से नसों में खून का थक्का जम जाता है. इसी वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक जैसी समस्या हो रही है. कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर का कहना है कि शीत लहर में रोगी ठंड से बचे. जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें. वहीं, डॉक्टर्स ने 60 की उम्र के ऊपर के लोगों को शीत लहर में बाहर न निकलने की सलाह दी है.