पटना : जमीन के बदले नौकरी मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के निजी सचिव संजय यादव से सीबीआई ने पूछताछ की है। लालू परिवार के खास लोगों में संजय यादव की गिनती होती है। उनसे पूछताछ के लिए CBI ने समन जारी किया था। रेलवे में लैंड फॉर जॉब मामले में संजय यादव को तलब किया गया था। इससे पहले लालू यादव के करीबी और ओएसडी रहे भोला यादव को गिरफ्तार कर सीबीआई ने पूछताछ की थी। बाद में उन्हें जेल भी भेजा गया था, फिलहाल वो जमानत पर हैं।
लालू-राबड़ी समेत 16 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट
सीबीआई ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी समेत 16 आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को चार्जशीट दायर कर दी है। जब लालू यादव रेल मंत्री थे तो उन पर जमीन के बदले नौकरी (Land for Jobs Scam) का आरोप लगा था। इस मामले में 20 मई को पटना के राबड़ी आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। पटना में ही नहीं बल्कि दिल्ली से लेकर गोपालगंज तक 17 ठिकानों पर छापा डाला गया था। सीबीआई की टीम ने लालू यादव के पटना स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की। पटना के रंजन पथ स्थित राबड़ी देवी के फ्लैट में छानबीन की गई। इसके अलावा पटना के गोला रोड स्थित लालू यादव के गौशाला (खटाल) पर भी तलाशी ली गई। सीबीआई की टीम फुलवारी शरीफ स्थित लालू यादव के ठिकाने पर भी पहुंची थी। गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया। सीबीआई की टीम दिल्ली स्थित सांसद मीसा भारती के आवास पर भी पहुंची थी। वहां लालू यादव से पूछताछ की बात कही गई थी। अब इस मामले में चार्जशीट दायर की गई।
चारा और IRCTC के बाद लालू का नौकरी घोटाला?
आरोप है कि साल 2004-2009 के बीच लालू यादव के रेलमंत्री रहते हुए लोगों को गलत तरीके से नौकरी दिलाई गई। नौकरी देने के एवज में लालू यादव ने गरीब लोगों से जमीन लिखवा लिए थे। जब लालू रेल मंत्री थे तब घोटाला हुआ था। दायर शिकायत पत्र में कहा गया है कि लालू यादव ने नौकरी के बदले प्राइम लोकेशन पर जमीन ली थी। लालू यादव जब रेल मंत्री थे तब इस तरह की बातें चर्चा में आई थी कि लालू परिवार के सदस्य जमीन लेकर रेलवे में बड़े पैमाने पर नौकरी दे रहे हैं। इस बात की शिकायत सीबीआई तक भी पहुंची थी और तब से पूरे मामले की जांच में लगी हुई थी। शुरुआती जांच में सबूत मिलने और कोर्ट से अनुमति मिलते ही छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई। अब सीबीआई ने लालू-राबड़ी समेत 16 के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।
आवेदन के तीसरे दिन जॉइनिंग
आरजेडी सुप्रीमो पर आरोप है कि जब वो 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे तो सैकड़ों लोगों को बिना परीक्षा दिलाए नौकरी लगवाई थी। उसके बदले उनकी कीमती जमीनें लिखवा ली गई थी। इसी मामले में सीबीआई ने लालू-राबड़ी और उनकी दोनों बेटियों के साथ 16 के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है। सीबीआई ने 23 सितंबर 2021 को रेलवे में कथित भूमि के बदले नौकरी घोटाले से संबंधित प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे 18 मई को एक प्राथमिकी में बदल दिया गया था। एजेंसी के अनुसार, उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा ‘अनुचित हड़बड़ी’ में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर समूह डी पदों पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया गया था। बाद में, ‘व्यक्तियों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन हस्तांतरित कर दी थी।’